Song Cover Image

तेरी यादों का समंदर, फिर से आज बह चला,

April 11, 2025 at 2:33 AMv3.5

[अंतरा 1] तेरी यादों का समंदर, फिर से आज बह चला, दिल के वीराने में कोई साया तेरा रह चला। कभी तन्हा, कभी बेबस, ये लम्हे चुप चाप हैं, तेरे बिना अधूरी सी, हर एक साँस बेताब है। [कोरस] तेरी यादों का मंजर, तेरी यादों का समंदर, कभी शांत, तो कभी तूफ़ानी, टूटे हर सपने के अंदर। तेरे संग बीते लम्हों का, गहरा चुभा है खंजर… तेरी यादों का मंजर र र र तेरी यादों का समंदर…र र र [अंतरा 2] न जिया जाए, न भुलाया जाए, तू है दूर, फिर भी पास आए। हर खामोशी कुछ कहती है, तेरी कमी दिल सहती है। जिसे सुन न सके ये ज़माना, वो दर्द है मेरी दास्तां का अ अ अ [कोरस रिपीट] तेरी यादों का मंजर, तेरी यादों का समंदर… अंदर ही अंदर बहता दर्द, किसे सुनाएं, किसको कहें हम ये फ़रियाद…

User avatar
0 / 500

No comments yet!

Be the first one to show your love for this song