
"दिल की आवाज़"
March 22, 2025 at 12:35 PMv4
(Verse 1) दिल की आवाज़ सुन ज़रा, रातों में गूँजे तेरा नाम, यादों के साए में खो गया, कैसे सहूँ तेरा इंतज़ार? तेरी हर बात नग़मा लगे, साँसों में गूँजती है धीमे से, तू जो नहीं तो ये दुनिया अधूरी, हर राह भी लगती अजनबी सी। (Chorus) लबों पे दुआ बनके रहता है तू, सपनों में खुशबू सा बहता है तू, तेरी यादों की बारिश में भीगा हुआ, अब भी तेरा ही दीवाना हूँ मैं। (Verse 2) चाँदनी रातों में तन्हा खड़ा, तेरी परछाईं को तकता रहा, तू जो कभी लौट आए कहीं, दिल से लिपटकर मैं रो लूँ वहीं। तेरी आहट भी अब गीत लगे, तेरी खामोशी भी साज़ लगे, कैसे कहूँ कि दूर न जा, तू ही तो मेरी आवाज़ लगे। (Outro) दिल की आवाज़ तू सुन तो सही, तेरी यादों से हटती नहीं ये नज़र, तू जहाँ भी रहे, मैं वहीं पे रूह बनके, तेरा साया तेरी धड़कन बनकर।
1 Comment
Sorasan 7w ago
💕💕💕😍